
आगामी लोकसभा चुनाव करीब आने पर मायावती अब अपने संगठन पर नजर रखने लगी है और शनिवार के दिन मुस्लिम नेता को बसपा से अलग कर दिया।
अलीगढ़ के नेता जमीर उल्लाह को बसपा पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। सपा से दो बार विधायक रह चुके जमीर उल्लाह पिछले साल ही मायावती के पार्टी में शामिल हुए थे।
हाजी जमीर उल्लाह पहले समाजवादी पार्टी के सदस्य थे और बाद में बहुजन समाज पार्टी में आए थे। पार्टी ने मीडिया सूत्रों को बताया है कि हाजी जमीर पार्टी में शामिल होने के बाद से ही पार्टी विरोधी गतिविधियां में शामिल रहे है।