
SC ने बृहस्पतिवार को कहा कि CBI के अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच न्यायालय की निगरानी में विशेष जांच दल से कराने की मांग करने वाली याचिका पर शीघ्र सुनवाई करने पर वह विचार करेगा।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अधिकारियों में जांच ब्यूरो के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना भी शामिल हैं जिन्हें उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। हालांकि अस्थाना को जांच ब्यूरो के मुखिया आलोक कुमार वर्मा के साथ सभी अधिकारों से वंचित करके अवकाश पर भेज दिया गया है।
वही पीठ ने भ्रूषण को इस मामले में सारा विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुये कहा कि इस याचिका पर जल्द सुनवाई के लिये विचार किया जायेगा।
गैर सरकारी संगठन ने अस्थाना सहित जांच ब्यूरो के कई अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच न्यायालय की निगरानी में विशेष जांच दल से कराने का अनुरोध किया है।
आलोक कुमार वर्मा ने, खुद को जांच एजेन्सी के मुखिया के अधिकारों से मुक्त करने और अवकाश पर भेजने के सरकार के निर्णय को चुनौती दी है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के 1986 बैच के अधिकारी और जांच ब्यूरो में संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को सारी जिम्मेदारी सौंपने के निर्णय को भी चुनौती दी है।
(इनपुट भाषा)