
लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव ने बाबरी मस्जिद विध्वंस पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि जिस दिन बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया, वह सिर्फ एक ढांचा को नहीं गिराया गया था, बल्कि भारतीय संविधान का ध्वंस किया गया था। यहां तक कि संविधान की पवित्रता भी कम हो गई थी।
कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग की ओर से आयोजित संविधान दिवस समारोह में यादव ने ये बात कही। उन्होंने कहा, ‘अयोध्या में जो गिराया गया वो ढांचा नहीं गिराया था, बल्कि संविधान का ध्वंस किया गया था और संविधान की सारी मर्यादा को तोड़ा गया था।’
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में हालात ठीक नहीं है। सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम करने के अलावा कुछ नहीं हो रहा है। मौजूदा शासन में देश कठिनाई के दौर से गुजर रहा है। आए दिन संविधान विरोधी ताकतें देश को बांटने और तोड़ने का काम कर रही है। सांप्रदायिक ताकतों द्वारा लोगों को गुमराह किया जा रहा है और धार्मिक उन्माद को बढ़ावा दिया जा रहा है। मंदिर का मुद्दा सांप्रदायिक ताकतें तभी उठाती हैं जब चुनाव नजदीक होता है जिससे की समाज को वोट के लिए बांटा जा सके। इनका मकसद सिर्फ और सिर्फ देश को तोड़ना है.
The day Babri Masjid was demolished, it was not just a structure which was brought down but the Indian Constitution was also brought down along with it. Even the sanctity of the Constitution was also let down: Sharad Yadav (26.11.2018) pic.twitter.com/xnU6mZUVIN
— ANI (@ANI) November 27, 2018