
लखनऊ: एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए चलाए जा रहे शीरोज कैफे के समर्थन में रविवार को अखिलेश यादव लखनऊ स्थित शीरोज हैंगआउट कैफे पहुंचे। मीडिया से बातचीत में कहा कि, “शीरोज कैफे कभी बंद नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि मैंने ही इसे कई साल पहले इसकी शुरू कराई थी।
पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार यह जगह तो छीन सकती है लेकिन शीरोज कैफे को बंद नहीं कर सकती। जरूरत पड़ी तो समाजवादी लोग एसिड पीड़ितों की मदद करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग इस कैफे की जगह पर रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वह बगल वाली बिल्डिंग जेपीएनआईसी में टेंडर के जरिए रेस्टोरेंट हासिल करें।
शीरोज हैंग आउट कैफे की स्थापना अखिलेश यादव की ही सरकार में किया गया था। ये अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में से एक था। इसके तहत एसिड अटैक पीड़ितों को रोजगार देने तथा उनके पुनर्वास की योजना अखिलेश सरकार में बनी थी। आगरा और लखनऊ में शीरोज हैंगआउट के नाम से दो कैफे खोले गए थे।
भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही इस प्रतिष्ठान पर खतरे के बादल मंडराने लगे थे। महिला कल्याण निगम ने जमीन खाली करने और सामान जमा करने के आदेश दिए थे। इसे 29 सिंतबर को कैफे परिसर को खाली करने को कहा गया था।