
देश के पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद शुरुआती रूझानों से जहां कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों में खुशी का माहौल है वहीं बिहार की राजधानी पटना में भाजपा कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है।
इतना ही नहीं लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने कांग्रेस से बिहार में महागठबंधन के लिए अपने लिए नेतृत्व करने की मांग की। सोमवार को दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक में तेजस्वी ने जो कुछ कहा उससे ये साफ हो गया है कि तेजस्वी अपने लिए बड़ी भूमिका चाहते हैं।
हालांकि ये कहना गलत नहीं होगा की इस चुनाव परिणाम से स्पष्ट है कि कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाली भाजपा को लोगों ने बता दिया है कि वे अब ‘भाजपा मुक्त देश’ बनाने की ओर चल पड़े हैं।” इतना ही नहीं इस नतीजे के बाद आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव ने सीट शेयरिंग शीघ्र कराने और फिर महागठबंधन में मुद्दे और कौन दल शामिल हो या न हो इसमें उनकी अहम भूमिका को लेकर ड्राइविंग सीट की मांग कर अपना पासा फेंक दिया है।
चुनाव परिणामों को देखते हुए भाजपा के नेताओं के सुर भी बदल गए हैं। हालांकि इसका एक परिणाम कल साफ़ देखने को मिला जब केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने NDA से कल इस्तीफा दे दिया।