
अलीगढ़ : एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान का 201 वां जन्म दिवस (सर सैयद डे) मनाया गया। 19वीं सदी में देश की एक महान शख्सियत थे। जिन्होंने देश में आधुनिक शिक्षा के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।
मुख्य अतिथि पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाइ क़ुरैशी ने कहा कि एएमयू को संख्या के बजाय क़्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान देना होगा। एएमयू से आइएएस निकलेंगे तो देश का नक्शा बदल देंगे। चिंता जताई कि एएमयू से एक भी नोबल पुरस्कार विजेता नहीं निकला।
वार्षिक सर सैय्यद दिवस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि देश में सबसे बड़ी अल्पसंख्यक महिलाएं हैं क्योंकि केवल 49 फीसदी महिलाएं ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल करती हैं। अगर वह डर या कानून व्यवस्था के मुद्दे के कारण अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं तो यह हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर एक प्रश्न चिह्न खड़ा करेगा।
इस वर्ष सर सैय्यद दिवस पर सर सैय्यद एक्सीलेंस एवार्ड का विशेष सम्मान रेख्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सर्राफ को दिया गया। सर्राफ को एक लाख रूपये और एक प्रतीक चिह्न प्रदान किया गया । सर सैय्यद एक्सीलेंस का दूसरा सम्मान प्रोफेसर क्रिश्चियन डब्ल्यू ट्रोल को सर सैय्यद पर लेखन की वजह से दिया गया।