
-सैयद फैजुर रहमान सुफी
गया (बिहार), 24 जून, 2018 (टीएमसी हिंदी डेस्क) गया समाहरणालय सभाकक्ष में डीएम अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की बैठक की गई। बैठक में कोचिंग संस्थान के टीचर एवं स्टूडेंट उपस्थित थे। डीआरसीसी के प्रबंधक राजीव रंजन ने इस योजना की पूरी जानकारी दी। इस बैठक में बताया गया कि इस योजना के तहत 12वीं कक्षा उत्तीर्ण इच्छुक विद्यार्थिगण को उच्च शिक्षा प्राप्ति हेतु सरकार द्वारा बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के माध्यम से 4 लाख रुपए तक का शिक्षा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। ऋण राशि पर ऋण स्थगन (Moratorium) की अवधि जो पाठ्यक्रम समाप्त से 1 वर्ष तक अथवा आवेदक के नियोजित होने के अधिकतम 6 माह तक ब्याज की राशि देय नहीं होगी। इस ऋण राशि पर सरल ब्याज की दर 4% होगी। इसके अन्तर्गत महिला/दिव्यांग/ट्रांसजेंडर आवेदकों को मात्र 1% सरल ब्याज की दर से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। ऋण स्थगन (Moratorium) की अवधि की समाप्ति के पश्चात 02 लाख रुपए तक की ऋण को अधिकतम 60 मासिक किस्तों में तथा 02 लाख से ऊपर के ऋण को अधिकतम 84 मासिक किस्तों में वापस किया जा सकेगा। निर्धारित अवधि से पूर्व ऋण वापसी कि स्थिति में 0.25% ब्याज दर की छूट दी जाएगी। साथ ही बताया गया कि अभिलार्थी को उम्र 25 वर्ष की अधिक नहीं होना चाहिए।
इस अवसर पर डीएम अभिषेक सिंह ने कहा की बिहार में टैलेंट कि कमी नहीं है। पैसे की वजह से जो विद्यार्थी आगे पढ़ नहीं पाते हैं, उनके लिए यह योजना लाभदायक है। B.Ed के लिए सभी सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में अधिकतम डेढ़ लाख रुपए की फीस निर्धारित कर दी गई है। फॉर्म अप्लाई करने के लिए एंड्राइड मोबाइल में एक एप्लीकेशन है युवा निश्चय के नाम से। इस ऐप के माध्यम से स्टूडेंट आवेदन कर सकते हैं।