
-समीर भारती
वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमनियन स्वामी ने शनिवार को रफ़ाले विमान के सौदे को लेकर वित्त मंत्रालय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनहोंने ट्वीट में लिखा है कि उनके एक मित्र जो फ्रांसीसी अधिकारी हैं से बात-चीत हुई जिसमें उनहोंने कुछ सवाल पूछे। पहला सवाल उन्होंने पूछा कि क्या उन लोगों (फ्रांस) ने रफ़ाले का सौदा बढ़ा कर किया जिस पर उनके फ़्रांसिसी दोस्त ने कहा कि भारत देने पर सहमत हुआ इसलिए लिया। दूसरा प्रश्न यह कि क्या उनका मतलब वित्त मंत्रालय के लोगों से है। इस पर उनके फ़्रांसिसी दोस्त ने कहा कि वित्त मंत्रालय के लोग पेरिस में खूब मज़ा कर रहे हैं। अगला सवाल उनहोंने यह पूछा कि किसके साथ तब उसने जवाब दिया कि यूरोप में नियुक्त वित्त मंत्रालय के महिला अधिकारियों के साथ। अंतिम प्रश्न उनहोंने पूछा कि क्या उनहोंने उन्हें रिकॉर्ड किया है। इस पर फ्रांस के अधिकारी ने कहा कि सीसीटीवी में सब रिकॉर्ड है।
My interesting Q&A with an old friend&French official on a visit:
Q: Did you overcharge for Rafael?
A: You agreed to pay
Q: You mean MoF guys agreed?
A: Key MoF officers have good time in Paris.
Q: With whom?
A: MoF ladies in posted elsewhere in Europe
Q: Taped them?
A: CCTV— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 11, 2018
स्वामी के इस ट्वीट को हजारों बार ट्वीट किया गया और कईयों ने इस पर नाराजगी भी जताई। कईयों का जवाब स्वामी ने दिया भी।
ट्विटर यूजर कुमुद चन्द्र पांडा ने पुछा, ”खरीदारी तो रक्षा मंत्रालय ने की और नाम वित्त मंत्रालय का आ रहा है. भ्रमित करने वाला पोस्ट. अगर संसद में रफ़ाले सौदे का विवरण नहीं बताया जा सकता तो सांसदों की एक छोटी सी टीम जिसके साख अच्छे हैं इस पर स्पष्टीकरण दे सकती है जैसा कि सर्जिकल स्ट्राइक में हुआ था”
Purchase is by Ministry of Defence, but name of Ministry of Finance is cropping up. Confusing. If details of Rafel purchase can not be disclosed in Parliament, a small team of MPs with strong credential from all parties could be explained like Govt. did on surgical strike.
— KUMUDA CHANDRA PANDA (@kcpanda1955) March 11, 2018
इस पर स्वामी ने जवाब दिया कि, “500 करोड़ से ऊपर के सभी सौदे का क्लीयरेंस वित्त मंत्रालय से होता है.”
: All deals of over Rs 500 crores have to be cleared by MoF.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 11, 2018
एक अन्य ट्विटर यूजर फिलोमेन गोट्टेमुकल ने ट्वीट में लिखा कि “महोदय, मुझे आप पर गर्व है, लेकिन समस्याओं से निपटने के आपके तरीके से नाखुश हूँI यदि आप सच्चे भारतीय हैं तो पार्टी और धर्म से ऊपर उठ कर सभी मुद्दों को उठाएं। हम आपके और आपके शब्दों पर कैसे भरोसा कर सकते हैं आप लोगों की भावनाओं के साथ ही राजनीति खेल रहे हैं”
Sir, I am proud of you but unhappy with your way of dealing the issues selectively. If you are a true Indian take up all the issues irrespective of party and religion. How can we trust you and your words. You are just playing the politics with the sentiments of the people
— Philomen Gottemukkal (@PGottemukkala) March 11, 2018
इस पर स्वामी ने जवाब दिया, “नाखुश हैं तो रहिए, मैं जिस तरह से काम कर रहा हूँ उससे खुश हूँ. मैं बिना मांगे सलाह नहीं चाहता क्योंकि चूँकि मैं अपनी करनी का फल भुगतता हूँ”
: Be unhappy. I am happy the way I am doing. I don’t want unasked for advice since I bear the consequence of my action.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 11, 2018