
मोकामा से स्वतंत्र विधायक अनंत कुमार सिंह से रिश्ते टूटने के बाद उसी कद के बाहुबली नलिनी रंजन शर्मा उर्फ़ ललन सिंह से नीतीश कुमार की नजदीकी बढ़ने की खबर आ रही है. सूत्रों के अनुसार, India’s Most Wanted फेम अपराधी (तब पुलिस इन्हें तलाश रही थी) हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण के कई मामलों के आरोपी नलिनी रंजन शर्मा उर्फ़ ललन सिंह जद-यू में शामिल होने वाले हैं. हालांकि किसी भी मामले में उन्हें अभी तक अदालत से सज़ा नहीं हुई है.
पटना: एक तरफ जब बिहार में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीँ दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उर्फ़ सुशासन बाबू अपने दल में अपराधियों (अभी तक उन्हें किसी मामले में सज़ा नहीं हुई है) को शामिल करके एक नया झमेला पैदा कर रहे हैं.
मोकामा से बाहुबली विधायक जिन पर भी कई तरह के मामले दर्ज हैं की नजदीकी नीतीश कुमार के साथ सुर्ख़ियों में रहा. अब उनके जाने के बाद नलिनीं रंजन शर्मा उर्फ़ ललन सिंह के जद-यू से जुड़ने की खबर आ रही है. ललन सिंह एक जमाने में बिहार के कुख्यात माने जाते थे और उन्हें उस समय के सबसे प्रसिद्द शो India’s Most Wanted शो में भारत के सबसे कुख्यात अपराधियों की श्रेणी में रखा गया था.
नलिनी रंजन शर्मा ने 2015 में मोकामा से जन अधिकार पार्टी से विधान सभा चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गए. इससे पहले वह लोजपा से भी चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन जीत हासिल नहीं हुई. अनंत कुमार सिंह के जद-यू से दूरी बनाने के बाद ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार ललन सिंह से नजदीकी बढ़ा रहे हैं.
ललन सिंह पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण जैसे तीसो संगीन मामले दर्ज हैं. 15 अप्रैल, 2014 को पटना के डाक बंगला स्थित कौशल्या एस्टेट से EOU ने उन्हें गिरफ्तार किया था. उन पर कुख्यात शंभू-मंटू गिरोह से साठगांठ का आरोप था. EOU ने सीपीडब्ल्यूडी में टेंडर मैनेज करने के मामले में शंभू और मंटू के साथ ललन सिंह के खिलाफ भी केस दर्ज किया था। सीपीडब्ल्यूडी के पटना कार्यालय में शंभू और मंटू गिरोह का पूरा नेटवर्क काम कर रहा था और जिसे वह गिरोह चाहता था उसे ही ठेका मिलता था।
सूत्रों के अनुसार, वह नीतीश कुमार की गैर मौजूदगी में जद-यू के एक कार्यक्रम में पार्टी ज्वाइन करेंगे.