
विशेष
हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन, दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है: मिर्ज़ा ग़ालिब
‘हैं और भी दुनिया में सुख़न-वर बहुत अच्छे, कहते हैं कि ‘ग़ालिब’ का है अंदाज़-ए-बयाँ और‘ के माध्यम से ग़ालिब ने अपने ही शब्दों में अपनी शायरी की तारीफ़ भले ही की हो लेकिन अंदाज़ […]