
हालिया जांच रिपोर्ट की पुष्टि के आधार पर सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर, एमएम कलबुर्गी और पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के पीछे एक ही दक्षिणपंथी संगठन के होने की आशंका जताई है।
मीडिया ख़बरों के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जांच रिपोर्ट का हवाला देते बताया है कि ‘जांच के दौरान यह सामने आया कि दाभोलकर, लंकेश और कलबुर्गी की हत्या में एक जैसी मानसिकता वाले गिरोह शामिल थे। इन गिरोह के सदस्यों के संबंध सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति से है। हिंदू धर्म के खिलाफ आवाज उठाने के कारण तीनों की हत्या की गई।’
पिछले महीने नालासोपारा से विस्फोटकों की जब्ती के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने कम से कम 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। कहा था कि वह दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी और लंकेश की हत्या सहित सभी ज्ञात और अज्ञात मामलों में उनकी भूमिका की जांच करेगी।
आपको बताते चलें कि दाभोलकर की अगस्त 2013 में पुणे में हत्या कर दी गई थी। पानसरे को कोल्हापुर में 16 फरवरी, 2015 को गोली मार दी गई थी। उनकी 20 फरवरी को मौत हो गई थी। पिछले साल सितंबर में बेंगलुरु में लंकेश की उनकी घर में हत्या कर दी गई थी। इससे पहले, 30 अगस्त 2015 को कर्नाटक के धारवाड़ जिले में कलबुर्गी की उनके घर के प्रवेश द्वार पर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।