
भाजपा नेता अरुण जेटली ने आज जब सज्जन कुमार की सज़ा पर कांग्रेस की विरासत को कोसा तब वह खुद ही इसका शिकार बन गए. कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को आज दिल्ली उच्च न्यायालय ने 1984 के सिख विरोधी दंगों में 5 सिखों की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है.
इस सज़ा के बाद भारत के वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने ट्वीट किया. ट्वीट में उनहोंने कहा कि “दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा सज्जन कुमार की सज़ा न्याय की देरी से जीत है. कांग्रेस और गांधी परिवार की विरासत 1984 दंगों के गुनाहों की कीमत चुकाती रहेगी.”
Sajjan Kumar’s conviction by the Delhi High Court is a delayed vindication of Justice. The Congress and the Gandhi family legacy will continue to pay for the sins of 1984 riots.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) December 17, 2018
इस पर जेटली के ट्वीट थ्रेड पर ही बहुत सारे लोगों ने उन्हें 2002 दंगों की याद दिला दी. इलियास मंसूरी नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि “2002 के मोदी और शाह के सज़ा की प्रतीक्षा में हैं. न्याय में देरी हुई है न्याय से इनकार नहीं किया गया.”
Waiting for Modi and Shah to be convicted for 2002. Justice delayed but not denied….
— iliyas mansuri (@mahin2000) December 17, 2018
एक दुसरे ट्विटर यूजर विष्णुकांत शर्मा ने लिखा कि “उन गुनाहों को कौन भुगतेगा जो अभी की सरकार कर रही है.”
Who will pay for the sins this govt is doing?
— Vishnukant Sharma (@vishnukant_9) December 17, 2018
एक अन्य यूजर धर्मेन्द्र सपरा ने अपने ट्वीट में लिखा कि “और भाजपा आपको वित्त मंत्री बनाने के लिए भुगतेगी.”
And BJP will pay for making you FM
— CA Dharmendra Sapra🇮🇳 (@cadlsapra555) December 17, 2018
एक अन्य यूजर ने लिखा कि “और श्रीमान मोदी और उनकी पार्टी को 2002 का लाभ मिलता रहेगा, है न?”
And Mr Modi and his party will continue to get dividends of 2002 riots…. isnt it??
— Sarcasm™ (@SarcasticRofl) December 17, 2018
भावना जैन ने अपने ट्वीट में लिखा कि “दंगा हमेशा दंगा होता है चाहे वो 1984 का हो या 2002 गोधरा दंगा या फिर 2013 का मुज्जफरनगर दंगा लेकिन आप यदि 1984 के लिए सिर्फ न्याय न्याय चिल्लाते हो और बाकी दो पर मौन रहते हो तो आप एक जिम्मेदार नागरिक नही है गोधरा और मुज्जफरनगर दंगा के दंगाईयो के खिलाफ कब आंदोलन कर रहे हैं?”
दंगा हमेशा दंगा होता है चाहे वो 1984 का हो या 2002 गोधरा दंगा या फिर 2013 का मुज्जफरनगर दंगा
लेकिन आप यदि 1984 के लिए सिर्फ न्याय न्याय चिल्लाते हो और बाकी दो पर मौन रहते हो तो आप एक जिम्मेदार नागरिक नही है
गोधरा और मुज्जफरनगर दंगा के दंगाईयो के खिलाफ कब आंदोलन कर रहे हैं?
— Bhavana Jain (@Bhavana41609504) December 17, 2018
एक अन्य यूजर ने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर पर जेटली से जवाब मांगते हुए लिखा कि “जेटली जी गोधरा काण्ड और सोहराब एनकाउंटर पर भी थोड़ी बात करिए.”
jaitley ji, godhara kaan aur sohrab ancounter per bhi thodi baat kariye…
— Pratik Vyas (@pratikvyas77) December 17, 2018