
विश्व भर में ख्याति दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले शास्त्रीय संगीत के दिग्गज उस्ताद इमरत खान का 83 वर्ष की उम्र में अमेरिका में निधन हो गया. उस्ताद इमरत खान को सितार और सुरबहार वादन को विश्व भर में ख्याति दिलाने के लिए जाना जाता है.
उस्ताद इमरत खान के बेटे निशात खान ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उन्होंने सेंट लुई के एक अस्पताल में बृहस्पतिवार को अंतिम सांस ली. वह पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे.’ उस्ताद इमरत खान का अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा.
सितारवादक बेटे निशात ने बताया कि उन्हें निमोनिया हो गया था और वे एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थे. बीती रात दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ.
आपको बताते चलें कि इमरत खान ने पिछले साल पद्मश्री अलंकरण यह कहते हुए वापस कर दिया था कि उनको सम्मान देने में बहुत विलंब कर दिया गया. उन्होंने दूतावास को बताया था कि उनके ‘जूनियर्स’ को पहले ही पद्म भूषण सम्मान से नवाजा जा चुका है, लिहाजा पद्मश्री दिए जाने के फैसले से उन्हें मिश्रित भावनाओं की अनुभूति हो रही है.