वाजपेयी की चहेती भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और पिछले मोदी सरकार की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का देहांत




पाकिस्तान की जेल में रह रहे कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ अपने निवास स्थान पर सुषमा स्वराज (यह उनकी आखरी ट्वीट किया गया चित्र है)

दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात एम्स में निधन हो गया. सीने में शिकायत के बाद 67 वर्षीय सुषमा को रात 9:35 बजे एम्स लाया गया था. हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया.

उन्होंने अपने अंतिम ट्वीट में कश्मीर पर सरकार के कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी. उन्होंने कहा था कि वह इस दिन का पूरे जीवनभर इंतजार कर रही थीं.

भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का अटल बिहार वाजयेपी के संसदीय क्षेत्र लखनऊ से गहरा नाता था. वह न केवल अटल बिहारी वाजपेयी के चुनाव प्रचार में लखनऊ आतीं बल्कि कमोबेश हर नुक्कड़ पर सभा भी करती थीं. उनकी लोकप्रियता का यह पैमाना था कि भाजपा ने उन्हें वर्ष 2000 में यूपी से राज्यसभा में भेजा और बाद में वह सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं.

कहा जाता है कि वाजपेयी से उन्हें इतना लगाव था कि वह उनके चुनाव में बिना बुलाए ही चली जाती थीं और जमकर प्रचार करती थीं.

 

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