
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग या एनडीए) के उप-राष्ट्रपति के उम्मीदवार और भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू आज अपने प्रतिद्वंदी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग या यूपीए) के उम्मीदवार और बंगाल के भूतपूर्व गवर्नर गोपाल कृष्ण गांधी को 272 वोट से उप-राष्ट्रपति चुनाव में मात देकर भारत के 15वें उप-राष्ट्रपति बन गए।
सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार नायडू को सांसदों की ओर से कुल 516 वोट प्राप्त हुए जबकि विपक्षी दल के उम्मीदवार को कुल 244 वोट ही प्राप्त हो सके। 785 के कुल वोट में से 771 मत ही डाले गए जबकि 14 मत सांसदों की गैर-हाजरी के कारण नहीं डाला जा सका। 1 वोट को अमान्य करार दिया गया।
दोनों सदनों की कुल क्षमता 790 हैं जिनमें लोक सभा में 2 रिक्त सीटें और राज्य सभा में 1 सीट रिक्त है। 1 मत पटना हाई कोर्ट द्वारा भाजपा सांसद छेदी पासवान की सदस्यता भंग करने के कारण भी नहीं दिया जा सका. पटना हाई कोर्ट ने सासाराम से भाजपा सांसद छेदी पासवान की सदस्यता पिछले साल ही रद्द कर दी थी. उन पर हलफ़नामे पर अपराध का सही विवरण नहीं देने की शिकायत की गयी थी.
प्रधान मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि “मैं आश्वस्त हूँ कि वेंकैया नायडू गारू देश की सेवा कर्मठ और समर्पित उप-राष्ट्रपति के तौर पर करेंगे और राष्ट्र निर्माण के उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.”
बाद में एक और ट्वीट करते हुए उनहोंने कहा कि “वेंकैया नायडू गारू से मैं मिला और उन्हें उप-राष्ट्रपति चुनाव में उनके प्रभावशाली जीत के लिए बधाई दी. पाठकों को बता दूं कि गारू तेलुगु शब्द है जिसका मतलब “जी” होता है.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नए उपराष्ट्रपति ने कहा कि “मैं आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हमारे निवास पर आकर बधाई देने को लेकर अभिभूत हूँ”.
गोपाल कृष्ण गांधी ने कहा कि “यह जीत बैलट और मुक्त आवाज़ की जीत है. यह दूसरी जीत पूरे भारत की जीत है.”
गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि हम जीत और हार दोनों में ही अपने विचारधारा पर क़ायम करेंगे.