अहमदाबाद में तोगड़िया की ‘गिरफ्तारी’ के खिलाफ विहिप का प्रदर्शन




Parvin Togadia (file photo). Image Courtesy: Indian Express.

मॉर्निंग क्रॉनिकल हिंदी डेस्क

गांधीनगर, 15 जनवरी| विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के लगभग पचास कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यह कहते हुए अहमदाबाद के एक थाने पर हंगामा किया कि गुजरात पुलिस ने राजस्थान की पुलिस के साथ मिलकर विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को गिरफ्तार किया है। उनका कहना है कि तोगड़िया की गिरफ्तारी दस साल पुराने हत्या के एक मामले में हुई है। पुलिस ने तोगड़िया की गिरफ्तारी से साफ शब्दों में इनकार किया है।


कार्यकर्ताओं ने सोला पुलिस थाने पर हंगामा किया। उनका आरोप है कि सोला पुलिस ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर अहमदाबाद के पाल्दी में स्थित संगठन मुख्यालय से तोगड़िया को गिरफ्तार किया है।

विहिप की अहमदाबाद शहर इकाई के महासचिव राजू पटेल ने कहा, “हमें पूरा विश्वास है कि राजस्थान पुलिस ने सुबह 10 से 11 बजे के बीच हमारे नेता प्रवीण तोगड़िया को गिरफ्तार किया है। वे लोग राजस्थान में दस साल पहले हुई हत्या के एक मामले में राज्य में तोगड़िया को खोज रहे थे।”

राजू पटेल ने कहा, “गुजरात पुलिस का दावा है कि तोगड़िया को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अगर ऐसा है तो गुजरात पुलिस हमें बताए कि तोगड़िया कहां हैं?”

गांधीनगर विहिप महासचिव ने कहा, “हमें डर है कि तोगड़िया को पुलिस फर्जी मुठभेड़ में जान से मार सकती है। तोगड़िया जिस तरह राम मंदिर और चुनावी वादों जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार के रवैये के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं, सरकार में बैठे बहुत से लोग इसे पसंद नहीं करते और वे उन्हें (तोगड़िया को) खामोश करना चाहेंगे।”

विहिप कार्यकर्ताओं ने पश्चिमी अहमदाबाद में व्यस्त सरखेज-गांधीनगर राजमार्ग पर यातायात बाधित करने की भी कोशिश की।

अहमदाबाद में पुलिस का कहना है कि यह सही है कि राजस्थान पुलिस तोगड़िया की तलाश में सुबह शहर में थी लेकिन वह बिना किसी गिरफ्तारी के खाली हाथ शहर से वापस चली गई है।

सोला पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर जी.एस.पटेल ने कहा, “राजस्थान पुलिस के पास तोगड़िया के नाम का सर्च वारंट था। लेकिन, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई और वे बिना किसी को गिरफ्तार किए वापस राजस्थान लौट गए। अगर विहिप कार्यकर्ता कह रहे हैं कि तोगड़िया लापता हैं, तो हम इस मामले को देखेंगे।”

–आईएएनएस

Liked it? Take a second to support द मॉर्निंग क्रॉनिकल हिंदी टीम on Patreon!
Become a patron at Patreon!