
–द मॉर्निंग क्रॉनिकल हिंदी डेस्क
नई दिल्ली, 20 दिसंबर| उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि देश के लोग अपनी अभिव्यक्ति की आजादी से प्यार करते हैं, इसलिए जनप्रतिनिधियों को उनके इस अधिकार का हर हाल में सम्मान करना चाहिए। वेंकैया ने रामनाथ गोयनका एक्सेलेंस इन जर्नलिज्म अवार्ड प्रदान करने के बाद यहां कहा, “लोग बेहतर जीवन की चाह रखते हैं और उनकी आशा और अपेक्षाएं ऊंची हैं। विपक्ष की अपनी अहमियत है और सरकार की अपनी।”
उन्होंने कहा, “आप (सरकार) के पास विपक्ष की बातें सुनने की क्षमता होनी चाहिए। (बाद में) आप जो चाहें वो करें।”
नायडू ने कहा कि बहस और चर्चा हमेशा समाधान पाने में मददगार होते हैं और एक-दूसरे के विचारों को समाहित करने की समझ होनी चाहिए।
नायडू ने पत्रकारिता के बारे में कहा कि इसकी शुरुआत मिशन के साथ हुई थी, लेकिन आज कुछ लोग इसका इस्तेमाल कमीशन के लिए कर रहे हैं।
–आईएएनएस
Hobble V.P.s golden words on freedom of expression and dissention needs to be followed in words and spirit
Hon’ble V.P.s golden words on freedom of expression and dissention needs to be followed in words and spirit