
नई दिल्ली, 02 फरवरी, 2018 (टीएमसी हिंदी डेस्क) | फसल वर्ष 2017-18 (जुलाई-जून) में रबी फसलों की बुआई समाप्त होने के बाद जो देशभर से आंकड़े मिल रहे हैं, उसके मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल प्रमुख रबी फसल गेहूं का रकबा पांच फीसदी से ज्यादा कम हुआ है। तिलहनों की बुआई भी करीब पांच फीसदी घट गई है जबकि दलहनों का रकबा बढ़ गया है। पिछले साल देश में रिकार्ड गेहूं की खेती हुई थी और कुल रकबा 317.82 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया था, जबकि इस साल यह 5.38 फीसदी घटकर 300.70 लाख हेक्टेयर रह गया है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में गेहूं की फसल अब तक ठीक स्थिति में बताई जा रही है लेकिन पैदावार में कमी की संभावना भी जताई जा रही है।
पिछले साल देश में 9.83 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हुआ था और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) व राज्यों की एजेंसियों ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य 1625 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 308 लाख टन गेहूं सेंट्रल पूल के लिए खरीदा था।
आगामी रबी फसल विपणन वर्ष 2018-19 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के लिए एमएसपी 1735 रुपये प्रति क्विं टल तय की है।
पिछले साल गेहूं के अब तक के सबसे ज्यादा उत्पादन से देश में अभी इसका प्रचुर भंडार है और सरकार ने इसके आयात पर रोक लगाने के मकसद से आयात शुल्क 20 फीसदी लगा दिया है।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की वेबसाइट पर शुक्रवार को प्रकाशित रबी बुआई के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में रबी फसलों की बुआई 632.34 लाख हेक्टेयर में हुई, जो पिछले साल के 641.72 लाख हेक्टेयर से 1.46 फीसदी कम है।
कुल तिलहन फसलों का रकबा पिछले साल से 4.92 फीसदी घटकर 80.29 लाख हेक्टेयर रह गया है। वहीं कुल दलहनों का रकबा पिछले साल से 5.34 फीसदी बढ़कर 166.47 लाख हेक्टेयर हो गया है।
सबसे ज्यादा चने की बुआई बढ़ी है, जो पिछले साल से 8.28 फीसदी बढ़कर 107.29 लाख हेक्टेयर हो गई है। जबकि, प्रमुख रबी तिलहन सरसों का रकबा पिछले साल से 5.33 फीसदी घटकर 66.84 लाख हेक्टेयर रह गया है।
-आईएएनएस