भूख: कहीं तरसते तो कहीं दम तोड़ती ज़िंदगियां




(Sadiya Usman FB wall)

हमारे भारत देश में हमेशा से ही खाने का एहतराम, उसकी इज़्ज़त करनी सिखाया जाता है लेकिन वर्ल्ड हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट एक भयावह तस्वीर को सामने लेकर आई है जहाँ भारत हर रोज कितना खाना बर्बाद होता है इसका आंकड़े उन्होंने पेश किया है.

1. भारत में हर दिन 244 करोड़ रूपये का खाना बर्बाद किया जाता है. इसमें शादी, होटल्स आदि में बचने वाला भोजन शामिल है.

2. जबकि इसी देश की 14.5 प्रतिशत आबादी भोजन न मिलने के कारण कुपोषण की शिकार है.

3. आंकड़ों के मुताबिक देश में 190 मिलियन (एक करोड़ 90 लाख लोग) हर दिन भूखे सोने को मजबूर हैं.

4. हर दिन 3000 बच्चे भूख से तरसते हुए दम तोड़ देते हैं.

5. भारत की जनसख्या की उदरपूर्ति करने के लिए हर साल लगभग 230 मिलियन टन अनाज की आवश्यकता होती है, लेकिन 2015-16 में 270 मिलियन टन अनाज का उत्पादन होने के बाद भी देश में हर चार में से एक बच्चा कुपोषण का शिकार है. वजह साफ़ है भोजन की बर्बादी.

6. 5 साल से कम उम्र के बच्चों की 21 प्रतिशत आबादी कुपोषण की शिकार है.

7. ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने भारत को 119 देशों की एक सूचि में 100वें स्थान पर रखते हुए स्थिति को गंभीर बताया है.

ये आंकड़े देश के लिए बेहद शर्मनाक है क्योंकि भारत में देश में जहां खाद्य और पोषण सुरक्षा की कई योजनाओं पर अरबों रुपये के अनुदान के अलावा मिड डे मिल जैसे सुविधा सरकार द्वारा हर दिन 12 करोड़ बच्चों को दिए जाने का दावा करने के बाद भी देश में कुपोषण जैसी समस्या पैर पसारे हुए है.

इन्ही सब के बीच उत्तर प्रदेश राज्य के अलीगढ की रहने वाली सादिया उस्मान जो की पेशे से सोशल वर्कर और शिक्षिका हैं. उन्होंने सानी वेलफेयर फाउंडेसन के तहत शहर के अलग अलग जगह कम्पों के माध्यम से गरीबों को फ्री फ़ूड मुहैया कराती हैं. सानी संस्था समाज में अलग तरह से लोगों को लाभ पहुंचने का काम कर रही है.

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