
देश भर में 21 दिनों से अधिक से चल रही लॉक डाउन में गरीबों की स्थिति का अंदाज़ा गाहे बगाहे तो मिल ही रही होगी. बांद्रा में कल एक न्यूज़ चैनल के फेक न्यूज़ के कारण हजारों की तादाद में फंसे मजदूर अपने अपने घरों में आने के लिए जमा हो गए. बाद में न्यूज़ फेक निकला और लोगों को पुलिस का विरोध झेलना पड़ा. लॉक डाउन के दौरान भूख और इलाज न होने के कारण मौत की ख़बर भी मिल रही है.
लेकिन यह ख़बर आपके रौंगटे खड़े देगा. मानवता को शर्मसार कर देगा. लॉक डाउन की रणनीती पर गर्व करती मानवता को शर्मसार कर देगा. लॉक डाउन में सरकार कितना मदद पहुंचा पा रही है इसकी भी इस ख़बर ने पूरी तरह पोल खोल दिया है.
मामला योगी आदित्यनाथ के राज्य उत्तर प्रदेश के रामबाग चौराहे की है जहाँ लॉक डाउन के नियमों को सख्ती से पालन करवाया तो जा रहा है लेकिन ऐसा लगता है इस सरकार को गरीबों की कोई परवाह ही नहीं है.
दरअसल, सोमवार की सुबह करीब 9 बजे रामबाग चौराहे पर एक दुर्घटना हो गई थी. एक युवक अपनी मोटरसाइकिल पर दूध की टंकियां लाद कर ले जा रहा था और चौराहे पर सामने से आती हुई एक मोटरसाइकिल से उसकी टक्कर हो गई थी. इससे दूध वाले की मोटरसाइकिल गिर गई और टंकी में भरा दूध सड़क पर फैल गया था.
इसके बाद सड़क पर बिखरे दूध को एक शख्स अपने चुल्लू में भर-भर कर मटकी में डाल रहा है और उससे चंद कदम दूर खड़े कुछ कुत्ते भी उसी दूध को चाट-चाट कर पी रहे हैं. यह तस्वीर एक बानगी भर है कि लॉकडाउन में भूख से इंसान की हालत कैसी हो गई है. यूपी के आगरा शहर में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
इस संबंध में आगरा के अपर जिलाधिकारी (सिटी) से बात की गई तो उन्होंने इस वीडियो पर अपनी जानकारी ना होने की बात कही.
ऐसा लगता है कि सरकारी दावे महज टीवी पर ही सुनाए जा रहे हैं और गरीबों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है.